शिक्षक दिवस पर 11 Best हिंदी कविता | Kavita on Teachers day in hindi poem

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शिक्षक दिवस पर 11 Best हिंदी कविता – Kavita on Teachers day in hindi poem

शिक्षक दिन पर अपने गुरूजी को एक सम्मान के रूप में हर एक शिष्य चाहता है की मैं कोई कविता सुनाऊ, लेकिन वह कविता सबसे अलग जरूर होनी चाहिए यह सब की इच्छा होती है. बात तो सही है लेकिन सबसे अलग से ज्यादा जरुरी है की कविता एक महान व्यक्ति द्वारा लिखित और महान भाव वाली होनी चाहिए.

इससे पहले हम शिक्षक दिन के बारे में संक्षिप्त रूप में जानेंगे. 5 सितम्बर को शिक्षक दिन पुरे भारत भर में धूम धाम से मनाया जाता है. 5 सितम्बर को भारत के पहले उपराष्ट्रपति और दूसरे राष्ट्रपति सर्वपल्ली राधाकृष्णनजी का जन्म दिवस है और उनके इस जन्म दिन परही शिक्षक दिन की शुरुवात की गयी थी. वह एक प्राध्यापक थे और उन्होंने Philosophy इस विषय में M.A. की डिग्री प्राप्त की हुई थी.

चलो तो फिर आज की इस पोस्ट में हम शिक्षक दिन के लिए अपने प्रिय शिक्षकों के लिए कुछ प्रसिद्ध कविताओं का संग्रह देखेंगे जिसे पढ़ कर आपके गुरुजन जरूर आनंदी होंगे.

1. शिक्षक दिवस पर कविता List :

निचे दिए गए टेबल के जरिये हम कुछ महान व्यक्तिओं की कविताओंको की लिस्ट प्रथम देखेंगे और बाद में उन सारी कविताओं को सविस्तार से देखेंगे.

नं.कविताLink
0.मिट्टी के गुरुकविता पढ़ें
1.एक महान गुरूजीकविता पढ़ें
2.माँ, पिता और शिक्षककविता पढ़ें
3.सच्चा गुरुकविता पढ़ें
4.हमारे सरकविता पढ़ें
5.एक गुरु के शिष्यकविता पढ़ें
6.व्यापारी शिक्षककविता पढ़ें
7.मास्टर जी की चिट्ठीकविता पढ़ें
8.गुरूजी की ऑनलाइन शिक्षाकविता पढ़ें
9.शिक्षा का सागरकविता पढ़ें
10.आदर्श शिक्षककविता पढ़ें

2. कविताये – 11 Best Poem of teachers day in hindi

ऊपर अभी हमने शिक्षक दिन पर कुछ बेसिक इनफार्मेशन देखि और अपने आज की सारी कविताओंकी लिस्ट भी देखि. चलो तो फिर आज की उन सब 11 कविताओं की सविस्तार से पढ़ कर अपने गुरु शिक्षक के चरण में अर्पण करने की एक प्रामाणिक कोशिश करते है.

Kavita on Teachers day in hindi poem

0. मिट्टी के गुरु

हर प्रकार, हर प्रकार से नादान थे तुम
गीली मिट्टी के सामान थे तुम,
आकार देकर तुम्हे घड़ा बना दिया
आज अपने पैरो पे तुम्हे खड़ा कर दिया।

हारे हुए, हारे हुए इंसान के भीतर
न टूटने वाली उम्मीद जगा दे,
कर्म मेरे इतने अच्छे
के ऐसे शख्स को भगवान मेरा गुरु बना दे।

नहीं है, नहीं है कोई शब्द कैसे करू धन्यवाद
बस चाहिए हर पल आप सब का आशीर्वाद
हूँ जहा, हूँ जहा आज मै,
उसी में है बड़ा योगदान
आप सब का जिन्होंने दिया है मुझे ग्यान।

आओ मिलकर, आओ मिलकर
इस शिक्षक दिवस के अवसर पर,
इन सभी महान आत्माओं का सत्कार करे
शत आयु ग्यान के सागर सारे
अनेक गुरुओं को प्रणाम बारबार करे।
नमन मानेक

Kavita on Teachers day in hindi poem 1
Kavita on Teachers day in hindi poem

1. एक महान गुरूजी

विद्या देते दान गुरूजी।
हर लेते अज्ञान गुरूजी।।

अक्षर अक्षर हमें सिखाते,
शब्द शब्द का अर्थ बताते।
कभी प्यार से कभी डाँट से,
हमको देते ज्ञान गुरूजी।।

जोड़ घटाना गुणा बताते,
प्रश्न गणित के हल करवाते।
हर गलती को ठीक कराते,
पकड़ हमारे कान गुरूजी।।

धरती का भूगोल बताते,
इतिहासों की कथा सुनाते।
क्या कब क्यों कैसे होता है,
समझाते विज्ञान गुरूजी।।

खेल खिलाते गीत गवाते,
कभी पढ़ाते कभी लिखाते।
अच्छे और बुरे की हमको,
करवाते पहचान गुरूजी।।

Kavita on Teachers day in hindi poem 2
Kavita on Teachers day in hindi poem

2. माँ, पिता और शिक्षक

माँ देती नव जीवन, पिता सुरक्षा करते हैं,
लेकिन सच्ची मानवता, शिक्षक जीवन में भरते हैं।

सत्य न्याय के राह पर चलना, गुरु हमें बताते हैं,
जीवन संघर्षों से लड़ना, गुरु हमें सिखाते हैं।

ज्ञान दीप की ज्योति जला कर, मन आलोकित करते हैं,
विद्या का धन देकर शिक्षक, जीवन सुख से भरते हैं।

गुरु ईश्वर से बढ़ कर हैं, यह कबीर बतलाते हैं,
क्योंकि गुरु ही भक्तों को, ईश्वर तक पहुंचाते हैं।

जीवन में कुछ पाना है तो, गुरु का सम्मान करो,
शीश झूका कर श्रद्धा से तुम, बच्चों उन्हें प्रणाम करो।

Kavita on Teachers day in hindi poem 3
Kavita on Teachers day in hindi poem

3. सच्चा गुरु

जानवर इंसान में जो भेद बताये,
वही सच्चा गुरु कहलाये।

जीवन पथ पर जो चलना सिखाये,
वही सच्चा गुरु कहलाये।

जो धैर्यता का पाठ पढाये,
वही सच्चा गुरु कहलाये।

संकट में जो हसना सिखाये,
वही सच्चा गुरु कहलाये।

पग-पग पर परछाई सा साथ निभाए,
वही सच्चा गुरु कहलाये।

जिसे देख आदर से सर झुक जाए,
वही सच्चा गुरु कहलाये ।

Kavita on Teachers day in hindi poem 3
Kavita on Teachers day in hindi poem

4. हमारे सर

सर को कैसे याद पहाड़े?
सर को कैसे याद गणित?
यह सोचती है दीपाली
यही सोचता है सुमित।।

सर को याद पूरी भूगोल
कैसे पता कि पृथ्वी गोल?
मोटी किताबें वे पढ़ जाते?
हम तो थोड़े में थक जाते।।

तभी बोला यह गोपाल
जिसके बड़े-बड़े थे बाल
सर भी कभी तो कच्चे थे
हम जैसे ही बच्चे थे।।

पढ़-लिखकर सब हुआ कमाल
यूँ ही सीखे सभी सवाल
सचमुच के जादूगर हैं
इसीलिए तो वो सर हैं।।
प्रतीक सोलंकी

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Kavita on Teachers day in hindi poem

5. एक गुरु के शिष्य

शिष्य एक गुरु के हैं हम सब,
एक पाठ पढ़ने वाले।
एक फ़ौज के वीर सिपाही,
एक साथ बढ़ने वाले।

धनी निर्धनी ऊँच नीच का,
हममे कोई भेद नहीं।
एक साथ हम सदा रहे,
तो हो सकता कुछ खेद नहीं।

हर सहपाठी के दुःख को,
हम अपना ही दुःख जानेंगे।
हर सहपाठी को अपने से,
सदा अधिक प्रिय मानेंगे।

अगर एक पर पड़ी मुसीबत,
दे देंगे सब मिल कर जान।
सदा एक स्वर से सब भाई,
गायेंगे स्वदेश का गान।
श्रीनाथ सिंह

Kavita on Teachers day in hindi poem 6

Kavita on Teachers day in hindi poem

6. व्यापारी शिक्षक

खुद तप कर
कुंदन दूसरों को बना जाते हैं
जला कर अपने हाथों को भी
उजाला दूर तक बाँट जाते हैं

शिक्षक है वो व्यापारी है
बिना किसी मोल के जीने का
सलीका सिखा जाते हैं

बच्चों का वह भविष्य बनाते हैं
सभी बच्चों को एक समान ज्ञान बांटते हैं

जब करता है कोई बच्चा गलती
आगे ना करें इसलिए शिक्षक उसे डांटते हैं

शिक्षक तो ज्ञान का भंडार होते हैं
तभी तो वह ज्ञान को बांटते हैं

Kavita on Teachers day in hindi poem

7. मास्टर जी की चिट्ठी

अ आ इ ई, अ आ इ ई, मास्टर जी की आ गई चिट्ठी
चिट्ठी में से निकली बिल्ली, चिट्ठी में से निकली बिल्ली।
बिल्ली खाय ज़र्दा पान, काला चश्मा पीले कान
आहा अ आ इ ई, अ आ इ ई, मास्टर जी की आ गई चिट्ठी
चिट्ठी में से निकली बिल्ली, चिट्ठी में से निकली बिल्ली।

कान में झुम्का, नाक में बत्ती, हाथ में जैसे अगरबत्ती
नहीं मगरबत्ती, अगरबत्ती, मगरबत्ती, अगरमगरबत्ती।
अगर हो बत्ती कछुआ छाप, आग पे बैठा पानी ताप
ताप चढ़े तो कम्बल तान, वी आई पी, वी आई पी अंडरवियर बनियान।

अ आ इ ई, अ आ इ ई, मास्टर जी की आ गई चिट्ठी
चिट्ठी में से निकला मच्छर, चिट्ठी में से निकला मच्छर।
मच्छर की दो लम्बी मूँछें, मूँछ पे बांधे दो दो पत्थर
पत्थर पे एक आम का झाड़, मूँछ पे लेकर चला पहाड़।

पहाड़ पे बैठा बूढ़ा जोगी, जोगी की एक जोगन होगी
गठरी में लागा चोर, मुसाफ़िर देख चाँद की ओर।
पहाड़ पे बैठा बूढ़ा जोगी, जोगी की एक जोगन होगी
जोगन कूटे कच्चा धान।

वी आई पी, वी आई पी अंडरवियर बनियान
अ आ इ ई, अ आ इ ई , मास्टरजी की आ गई चिट्ठी।
चिट्ठी में से निकला चीता, चिट्ठी में से निकला चीता
थोड़ा काला थोड़ा पीला, चीता निकला है शर्मीला
थोड़ा-थोड़ा काला थोड़ा-थोड़ा पीला, चीता निकला है शर्मीला
अरे वा वा चाल देखो, घुंघट डाल के चलता है।

मांग में सिंदूर भरता है, माथे रोज़ लगाये बिंदी
इंग्लिशबोले मतलब हिंदी, इफ अगर इज़ है बट पर व्हाट मतलब क्या।
माथे रोज़ लगाये बिंदी, इंग्लिश बोले मतलब हिंदी
हिंदी में अलजेब्रा चान, वी आई पी अंडरवियर बनियान।
सावधान….

Kavita on Teachers day in hindi poem 7

8. गुरूजी की ऑनलाइन शिक्षा

था गुरूजी का ब्लैक बोर्ड, एक वक्त ज्ञान का खजाना
हुआ यह किस्सा पुराना, अब है मोबाइल का जमाना।
मोबाइल पर ही मिल जाते अब गुरूजी
गुरूजी वहीं से बोलते पढाई करो शुरुजी।।

अब मोबाइल में गुरूजी, गुरूजी के पास मोबाइल
देख शनैः शनैः पप्पू जैसे स्टूडेंट करने लगे स्माइल।
क्योंकि अब पप्पू जी कर लेते वहीं से आज्ञा का पालन
पढाई के नाम पर मोबाइल में होता गेम का संचालन।।

ऑनलाइन शिक्षा पाता देख माता पिता भी खुश
नहीं पता वही पब जी खेल रहा है उनका दुष्ट।
अब टीचर की डांट से भी विद्यार्थी होते बड़े प्रसन्न
क्योंकि टीचर को खामोश करने का उनके पास बटन।।

टीचर भी अब बड़े ही सिमित ज्ञान से बच्चों को पढ़ाये
मालूम ज्यादा दिया तो बच्चा मोबाइल बंद कर भाग जाये।
तो ऐसे में टीचर हुआ प्रेम पूर्ण, फ्रेंडली बना स्टूडेंट
बच्चों रखो कोई सा हेयर स्टाइल, पहनो फटी पेंट।।

क्योंकि अब अध्यापक अध्यापिका मोबाइल पर ही चिल्लायेंगे।
माँ बाप भी आश्वस्त बच्चे ऑनलाइन शिक्षा में कुछ कर दिखाएंगे।।
Lokesh Indoura

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9. शिक्षा का सागर

शिक्षक हैं शिक्षा का सागर,
शिक्षक बांटे ज्ञान बराबर ,

शिक्षक मंदिर जैसी पूजा,
माता-पिता का नाम है दूजा,

प्यासे को जैसे मिलता पानी,
शिक्षक है वही जिंदगानी,

शिक्षक न देखे जात-पात,
शिक्षक न करता पक्ष-पात,

निर्धन हो या हो धनवान,
शिक्षक को सब एक समान !

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10. आदर्श शिक्षक

आदर्शों की मिसाल बनाकर
बाल जीवन संवारता शिक्षक,
सदाबहार फूल सा खिलकर
महकता और महकाता शिक्षक,
नित नए प्रत्येक आयाम लेकर।

हर पल भविष्य बनाता शिक्षक
संचित ज्ञान का धन हमें देकर,
खुशियाँ खूब मनाता शिक्षक
पाप व लालच से डरने की।

धार्मिक सीख सिखाता शिक्षक
देश के लिए मर-मिटने की,
बलिदानी राह दिखाता शिक्षक
प्रकाशपुंज का आधार बनकर।

कर्तव्य अपना निभाता शिक्षक
प्रेम सरिता की बनकर धारा,
नाव पार लगाता शिक्षक।।

3. FAQ – Kavita on Teachers day in hindi poem

शिक्षक दिवस / Teachers Day कब मनाया जाता है?

5 सितम्बर को सर्वपल्ली राधकृष्णन के जन्मदिन पर शिक्षक दिन (Teachers Day) मनाया जाता है.

शिक्षक दिवस का महत्व क्या है?

शिक्षक दिन पर अपने हर एक गुरु के चरण स्पर्श कर उनके आदर में हमें कुछ शब्द या कविता लोगो तक पहोचनी चाहिए.

टीचर डे पर विश कैसे करें?

टीचर डे पर हम सब अपने टीचर को एक लिफाफे में एक अच्छी कविता या फिर अपने क्लास में वह कविता पढ़ कर उनका आदर करना चाहिए.

अन्य पढ़े :

Supporting Links :

शिक्षक दिवस Wikipedia

—-   धन्यवाद  —-

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